– मूलत: हनुमानगढ़ निवासी हैं विष्णुदत्त, सोशल मीडिया पर हजारों फॉलोवर, कई थानों की बदल चुके है कायाकल्प
चुरू.
चुरू जिले के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्रोई ने शनिवार अलसुबह अपने सरकार क्र्वाटर में आत्महत्या करने के बाद लोगों में आक्रोश दिखने लग गया हैं। बड़ी संख्या में थाने के सामने इक_ा होकर एक स्थानीय कांग्रेस विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। वे विष्णुदत्त अमर रहे और विष्णुदत्त को न्याय दिलाओ के नारे लगाने लगे। बताया जा रहा है कि चुरु जिले के सादुलपुर में राजेंद्र गढ़वाल की अज्ञात बदमाशों ने गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें वे शुक्रवार रात तक गैंगवार का खुलासा कर हत्या के केस में अनुसंधान में जुटे हुए थे। स्टॉफ के मुताबिक शुक्रवार देर रात वे थाना परिसर में बने क्वार्टर में पहुंचे। वहां फंदा लगाकर जान दे दी।
मौत से पहले परिचित को कहा : अफसर कमजोर है, मुझे गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश हो रही है
खुदकुशी करने से पहले विश्रोई ने एक सुसाइड नोट लिखा था। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि इसमें किसी के नाम का जिक्र नहीं है। इसके अलावा यह भी पता चला है कि खुदकुशी से एक दिन पहले इंस्पेक्टर विष्णु दत्त ने अपने परिचित एडवोकेट से व्हाट्सएप पर चेटिंग की थी। जिसमें लिखा था राजगढ़ में उन्हें गंदी राजनीति के भंवर में फंसाने की कोशिश हो रही है। ऐसे में वह अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले है। यहां के ऑफिसर बहुत कमजोर है। इस व्हाट्सएप चेटिंग के स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
सोशल मीडिया पर इमानदारी छवि व हजारों फॉलोवर
विष्णुदत्त एक तेज तर्रार अफसर थे। पुलिस महकमे में सामाजिक नवाचारों को लेकर उनकी कार्यप्रणाली खासी चर्चाओं में रहती थी। उनकी लोकप्रियता का इसी से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर उनके हजारों की संख्या में फॉलोवर थे। इस पर वे पुलिस व पब्लिक के बीच न्याय स्तंभ का काम चलाते थे। इस महकमे में विष्णुदत्त की एक ईमानदार छवि थी। वे करीब 13 थानों की कायापलट कर चुके थे। वे मूल रुप से रायसिंहनगर, हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। वर्ष 1997 में पुलिस विभाग में सबइंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। उनके चाचा सुभाष विश्नोई भी एडिशनल एसपी रहे है।
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